हफ्ते का पहला कारोबारी दिन होने के कारण यह परेशानी और ज्यादा है। सड़कों पर भारी भीड़ है और लोग बसों के इंतजार में घंटों खड़े दिखाई पड़ रहे हैं। फीडर बसों के जरिये लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहे हैं और मेट्रो स्टेशनों पर भी खासी भीड़ है। ऑटो-रिक्शा के लिए मारामारी हो रही है। डीटीसी के ड्राइवरों ने पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवज़े की मांग की है। हड़ताली ड्राइवरों का कहना है कि जब तक पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा नहीं होती, वह अपनी हड़ताल वापस नहीं लेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में सड़क पर हिंसा के एक और मामले में रविवार को 22 साल के एक युवक ने पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में डीटीसी के 42 वर्षीय एक ड्राइवर की हेलमेट और अग्निशमन उपकरण से कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या कर दी। मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपी की पहचान विजय के रूप में हुई है। उसे रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी अशोक कुमार दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की लो-फ्लोर नान एसी बस चला रहा था। बस कर्मपुरा से बहादुरगढ़ जा रही थी। यह घटना सुबह करीब साढे़ नौ बजे हुई। दिल्ली सरकार ने कुमार के परिवार को पांच लाख रूपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। पुलिस के अनुसार बस का कोई यात्री या राहगीर कुमार को बचाने के लिए आगे नहीं आया। जांच अधिकारियों का कहना है कि बस ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। मोटरसाइकिल चला रहा व्यक्ति और पीछे बैठी एक महिला दोनों गिर गए।
इसके बाद ड्राइवर पर हमला किया गया। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वह घटना के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को सौंपेंगे। दिल्ली सरकार ने कुमार के परिवार को पांच लाख रूपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। सरकार ने कहा कि पीड़ित के परिवार के एक सदस्य को परिवहन विभाग में स्थायी नौकरी दी जाएगी। दिल्ली सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने डीटीसी कर्मियों और बसों के यात्रियों की सुरक्षा की स्थिति के संबंध में परिवहन विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
राय ने अस्पताल में कुमार के परिवार से मुलाकात भी की। इस घटना से नाराज डीटीसी के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने रोहिणी बस डिपो के बाहर प्रदर्शन किया और बेहतर सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, सिंह के शरीर पर किसी बाहरी चोट का निशान नहीं था। हमलावर ने ड्राइवर पर हेलमेट से हमला किया। हम यह भी जांच कर रहे हैं कि हमलावर ने बस में रखे अग्निशमन उपकरण से भी हमला किया क्योंकि वह उपकरण अपने स्थान पर नहीं था। हमने बस के कंडक्टर का भी बयान दर्ज किया है।
पुलिस ने कहा कि उचित धाराओं के तहत मुंडका पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। मंत्री ने ड्राइवरों की यूनियन से उनसे अलग से मिलने को कहा ताकि उनकी शिकायतों पर विचार विमर्श किया जा सके। डीटीसी के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए सोमवार को हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।