दरअसल, इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजकों में एक आयोजक कगरोल प्रखंड से पंचायत चुनाव भी लड़ रहा है और यहां चुनाव आचार संहिता लागू है। पुलिस ने इसे आचार संहिता के उल्लंघन का मामला मानते हुए कार्यक्रम स्थल पर छापा मारा जहां 23 दूल्हे शादी की तैयारी में घोड़ी पर सवार हो चुके थे।
पुलिस ने आयोजकों से कहा कि वे जल्दी-जल्दी कार्यक्रम निपटाएं और इस वजह से कई दूल्हे शादी के रस्मो-रिवाज से वंचित ही रह गए। पुलिस के भय से दूल्हा-दुल्हन का जयमाला कार्यक्रम भी नहीं हो पाया और अन्य सभी रिवाज जल्दी-जल्दी निपटा दिए गए जिससे दूल्हे-दुल्हनों में भय का माहौल बना रहा। कार्यक्रम स्थल से गुजर रहे फतेहपुर सिकरी के भाजपा सांसद चौधरी बाबूलाल भी पुलिस की इस कार्रवाई को रोकने में विफल रहे।