गौरतलब है कि एक से 15 अप्रैल के बीच राजधानी में सम-विषम योजना लागू नहीं हुई थी। उसे 15 अप्रैल से एक पखवाड़े के लिए लागू किया गया। राष्ट्रीय राजधानी में कम मूल्य वाले सेंसर्स का नेटवर्क चलाने वाले पोर्टल इंडियास्पेंड ने बारीक कणों पीएम 2.5 और पीएम 10 पर अपना अध्ययन किया है। उसे अपने अध्ययन में प्रदूषण गैसों जैसे ओजोन आदि को शामिल नहीं किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, 15 से 29 अप्रैल के बीच बारीक कणों... पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा हवा में क्रमश: 68.98 और 134.39 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी। जबकि अप्रैल के पहले 15 दिनों में इनकी मात्रा क्रमश: 56.17 और 110.04 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी। इन बेहद हानिकारक प्रदूषकों पीएम 2.5 और पीएम 10 की सुरक्षित मात्रा क्रमश: 60 और 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है।
प्रत्येक घंटे मापे गए प्रदूषण के आधार पर किए गए विश्लेषण के अनुसार, प्रदूषण सबसे ज्यादा सुबह सात बजे रहा। रिपोर्ट में कहा गया है, शाम के पांच बजे का समय सम-विषम के दौरान दिल्ली के लिए सबसे अच्छा रहा, उस दौरान पीएम 2.5 का स्तर 21 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था।