यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवपलमेंट अथारिटी) ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर बढ़ते हादसों को रोकने के लिए ओवर स्पीडिंग पर ई चालान शुरू किया है। यूपीडा ने एक्सप्रेस वे पर तीन घंटे से पहले 302 किमी की दूरी तय करने वाले करीब 25 से ज्यादा वाहनों का पिछले दो दिनों में ई चालान किया है। यूपीडा ने 302 किमी की दूरी तय करने के लिए कार की स्पीड सौ किमी और भारी वाहनों के लिए 60 किमी प्रति घंटा की स्पीड निर्धारित की है।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर आए दिन हादसों की खबरें आती रहती है। पिछले 23 महीने में करीब ढाई सौ लोगों की मौत एक्सप्रेस वे पर हादसों में हुई है। इस साल मार्च महीने तक 1966 हादसों में 191 लोगों की मौत हुई है। इनमें से 145 हादसे आवारा पशुओं और टायर फटने आदि कारणों से हादसे हुए हैं। हादसों को रोकने के उद्देश्य से यूपीडा ने वाहनों के स्पीड पर नियंत्रण के लिए ई चालान शुरू किया है। देश में पहली बार ओवर स्पीडिंग पर रोक के लिए ई चालान की व्यवस्था शुरू की गई है। इसके लिए यूपीडा की ओर से एक्सप्रेस वे पर अत्याधुनिक उपकरणों के साथ कैमरा लगाया गया है। आगरा छोर पर माईलस्टोन 21 किमी और लखनऊ के 290 किमी पर हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं, जो गति की निगरानी के साथ नंबर प्लेट भी रीड कर सकेंगे। ई चालान को यूपीडा ई मेल के माध्यम से लखनऊ और आगरा के एसएसपी को भेजेगा। यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर हादसों को रोकने के लिए अन्य उपाय भी किए जा रहे हैं। पिछले दो दिनों में तीन घंटे से पहले 302 किमी की दूरी तय करने वाले 25 से ज्यादा वाहनों के चालान किए गए हैं।
एक्सप्रेस वे उजाड़ रहा लोगों का घर
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस वे है, जिस पर लड़ाकू विमान भी उतारे जा सकते हैं, लेकिन नियमों की अनदेखी और ओवर स्पीडिंग के कारण लोगों का घर उजड़ रहा है। एक्सप्रेस वे पर बढ़ते हादसों पर अभी तक लगाम लगाने में यूपीडा नाकाम रहा है। फिलहाल, यूपीडा की ई चालान की कोशिश हादसों पर कितना लगाम लगा पाएगी, यह भविष्य में ही पता चलेगा।