रांची जमीन घोटाला और मनी लांड्रिंग मामले में गुरुवार को करीब दस घंटे लंबी पूछताछ के बाद ईडी (प्रवर्तन निदेशाल) ने आईएएस अधिकारी रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को गिरफ्तार कर लिया है। 2011 बैच के आईएएस छवि रंजन अभी समाज कल्याण विभाग में सचिव के पद पर तैनात हैं। जमीन घोटाल मामले में गुरुवार को ईडी ने छवि रंजन को दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया था। अब तक इस मामले में ईडी छवि रंजन सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
जानकार बताते हैं कि छवि रंजन ईडी के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे थे जबकि पहले से गिरफ्तार अंचल कार्यालय के कर्मियों का कहना था कि वे डीसी साहब के निर्देश पर काम करते थे। इन पर आरोप है कि रांची के डीसी के रूप में काम करने के दौरान निजी स्वार्थ में जमीन गलत तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री में मदद की। पूर्व खान सचिव पूजा सिंघल के बाद छवि रंजन दूसरे आईएएस अधिकारी हैं जिन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी के बाद छवि रंजन के वकील, पत्नी और डॉक्टर भी ईडी कार्यालय पहुंचे। ईडी ने 13 अप्रैल को छवि रंजन सहित जमीन के धंधे से जुड़े लोगों और अंचल कार्यालय के कर्मियों के करीब दो दर्जन ठिकानों पर रेड किया था। ईडी को रांची के बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप के आवास से सौ से अधिक डीड मिले थे तो कुछ जमीन दलालों के यहां से फर्जी डीड बनाने के स्टांप आदि मिले थे।
सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम ने गुरुवार को छवि रंजन से सेना की जमीन, चेशायर होम रोड में एक एकड़ जमीन सहित कई जमीन के बारे में पूछताछ की। अधिकतर सवालों का वे ठीक से जवाब नहीं दे पाये, कई के बारे में कहा याद नहीं है, कुछ सवालों पर चुप्पी साध गये यह भी कहा कि निबंधन अधिकारी को जानकारी होगी। पिछले दिन जमीन घोटाले में गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लेकर छवि रंजन के सामने बैठाकर भी ईडी ने पूछताछ की थी। पूछताछ कहा था कि जमीन के दस्तावेज में छेड़छाड़ की गई है। तत्कालीन डीसी छवि रंजन के निर्देश पर ही वे काम करते थे।.