24 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेशी के एक दिन पहले ईडी ने शराब घोटाला मामले में झारखंड के 32 ठिकानों पर रेड कर हलचल बढ़ा दी है।
शराब घोटाला से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के पुत्र रोहित, शराब के धंधे से जुड़े योगेंद्र तिवारी व प्रेम प्रकाश सहित सहित विभिन्न लोगों के रांची, दुमका, धनबाद, जामताड़ा स्थित के ठिकाने पर रेड किया है। ईडी की करीब एक दर्जन टीम ने यह ऑपरेशन शुरू किया है। इसे छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के झारखंड कनेक्शन के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट द्वारा झारखंड को शराब के धंधे में कई सौ करोड़ का चूना लगाने की शिकायत है। बुधवार की सुबह ही इनके ठिकाने पर छापेमारी हुई है। रांची में ही आधा दर्जन और देवघर में आठ स्थानों पर रेड की सूचना है।
सूत्रों के अनुसार, शराब घोटाले में तीनों की संलिप्तता के मद्देनजर यह रेड की गई है। मार्च में आयकर की कार्रवाई में यह स्पष्ट हुआ था कि शराब सिंडिकेट से जुड़े योगेंद्र तिवारी ने आय के ज्ञात स्रोत से 15 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित की है। रेड में योगेंद्र तिवारी के प्रतिष्ठानों के साथ उनके करीबी निशाने पर हैं। ईडी सूत्रों के अनुसार रामेश्वर उरांव के पुत्र रोहित की शराब सिंडिकेट से गहरा नाता है। उनके पलामू के चियांकी स्थित पैतृक आवास, पलामू के होटल और एसबीआई भवन में भी छापेमारी चल रही है।
शराब सिंडिकेट चलाने वाले योगेंद्र तिवारी के रांची के हरमू हाउसिंग स्थित आवास, दुमका के गिलानपाड़ा चौक स्थित व्यावसायिक कार्यालय, तनिष्क शोरूम, खिजुरिया में तिवारी ऑटोमोबाइल आदि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर भी रेड किया गया है। योगेंद्र तिवारी के काम से जुड़े पप्पू शर्मा, अनिल सिंह के अतिरिक्त देवघर बीस सूत्री के उपाध्यक्ष संजय, अभिषेक झा के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है।