प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने कथित करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के आवास पर तलाशी शुरू की। एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से उन्होंने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने केंद्रीय बलों की एक टीम के सहयोग से कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में मल्लिक, जो वर्तमान में राज्य के वन मंत्री हैं, के दो फ्लैटों पर छापा मारा।
उन्होंने कहा कि मलिक के खाद्य मंत्री रहने के दौरान उनके पूर्व निजी सहायक के आवास सहित आठ अन्य फ्लैटों पर भी तलाशी अभियान जारी है।
ईडी अधिकारी ने पीटीआई को बताया, "छापे के दौरान मंत्री वहां नहीं थे। वह बाद में आए। उनका फोन छीन लिया गया है। अंदर आठ अधिकारी हैं। हम दम दम में उनके पूर्व सहायक निजी निवास और कुछ अन्य स्थानों पर भी तलाशी ले रहे हैं।"
अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी पहले ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसके कथित तौर पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ-साथ मल्लिक से भी करीबी संबंध हैं।
इससे पहले पांच अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मध्यमग्राम नगर पालिका में कथित भर्ती घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के खाद्य और आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के आवास पर छापा मारा था।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि उत्तर 24 परगना जिले और कोलकाता सहित राज्य में घोष से जुड़े एक दर्जन से अधिक परिसरों को कवर किया गया है।
गौरतलब है कि घोष मध्यमग्राम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष हैं और उन पर सरकारी नौकरियों के लिए अयोग्य उम्मीदवारों की भर्ती के कथित घोटाले में शामिल होने का आरोप है।