यूपी में करीब एक महीने तक चले पंचायत चुनाव में कोरोना का कहर कर्मचारियों पर कहर बनकर टूटा है। उत्तर प्रदेश कर्मचारी संघ संयुक्त परिषद ने दावा किया है कि चुनावों में ड्यूटी करने गए दो हजार से ज्यादा लोगों की संक्रमण के चलते जान चली गई। परिषद के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने कहा कि मृतकों में विभिन्न विभागों के कर्मचारी और करीब एक हजार शिक्षक भी शामिल हैं।
भास्कर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि 8 दिन पहले ही जान गंवाने वाले 706 शिक्षकों की सूची तैयार की गई है। इनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगाई गई थी। संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 10 पेज का पत्र लिखा है और इसके साथ लिस्ट भी भेजी है। संघ ने शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिलाने की मांग की है। परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि संघ की तरफ से मिली सूची की जांच की जा रही है।
कर्मचारियों की मौतें होने से अब दूसरे कर्मचारी भी दहशत में आ गए हैं। सचिवालय के कई कर्मचारियों ने दफ्तर आना बंद कर दिया है। नगर निगम के कई कर्मचारी भी दफ्तर नहीं आ रहे हैं। पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती के दिन य़ूपी के कई जिलों से परेशान करने वाली तस्वीरें सामने आई थीं। जिनमें मतगणना केंद्रों पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का नियम तोड़ते दिखे थे। भीड़ में लोगों ने मास्क भी नहीं पहने हुए थे। तभी आशंका जाहिर की गई थी कि कहीं ये चुनाव कोरोना फैलने का कारण ही न बन जाएं।