रामगोपाल जाट
बजट में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किसानों के 50 हजार तक का कर्जमाफ करने का ऐलान किया, युवाओं को एक लाख से ज्यादा सरकारी नौकरी देने का वादा किया, लेकिन इसके बावजूद सीएम राजे को काले झंडे दिखाए जा रहे हैं।
गुरुवार को राजस्थान के झुंझुनूं जिले में आयोजित ‘राष्ट्रीय पोषाहार मिशन’ की शुरुआत के मौके पर वसुंधरा राजे मुर्दाबाद के नारे लगे और उनको काले झंडे दिखाए गए। राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में युवाओं ने जमकर नारेबाजी की। युवाओं ने "मोदी तुझसे बैर नहीं, पर वसुंधरा तेरी खैर नहीं" के नारे भी लगाए। जब सीएम राजे सम्बोधित कर रहीं थीं, तभी भीड़ में बैठे युवाओं ने जमकर नारेबाजी की।
इससे पहले युवाओं की भीड़ ने वसुंधरा राजे को काले झंडे दिखाए। जबकि पुलिस की ओर से पहले ही काफी सुरक्षा इंतेजामों के लिए प्रबंध किया गया था। वसुंधरा राजे जब सभा को संबोधित कर रहीं थीं, तभी युवाओं ने वसुंधरा मुर्दाबाद का नारा लगाया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को एक बार फिर काले झंडे दिखाने से बीजेपी नेताओं में हड़कंप मच गया। झुंझुनू में भाषण के दौरान युवा वर्ग सभा में छुपकर काले झंडे ले गए, जहां पर सीएम को ये झंडे दिखाते हुए वसुंधरा राजे मुर्दाबाद के भी नारे लगाए।
इस बीच एक खास बात यह है कि किसानों को सभा में जाने से पहले ही रोक दिया गया था। अखिल भारतीय किसान सभा के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को पुलिस ने सभास्थल नहीं पहुंचने दिया। किसान नेता कॉमरेड अमराराम व उनके साथियों को रैली से काफी दूर ही पुलिस ने पकड़कर दूर के थाने में छोड़ दिया था। सभा में पुलिस के मुताबिक करीब 1.50 लाख लोगों की भीड़ थी।