फीस बढ़ाने को लेकर आंदोलनरत विरोधी छात्रों में से 300 छात्रों को चिन्हांकित कर उनके परिजनों को विश्वविद्यालय ने नोटिस दिया था तथा विश्वविद्यालय आने की बात कही गई थी। जिसको लेकर छात्र और भी आक्रोशित थे। जिसकी वजह से विश्वविद्यालय के छात्रों ने बिलासपुर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौपा तथा प्रबंधन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए मध्यस्थता करने की बात कही।
जिसके बाद एसपी मयंक श्रीवास्तव ने सीएसपी शलभ सिन्हा को कुलपति से बात कर निर्णय लेने को कहा। इसके बाद एएसपी प्रशांत कतलम, सीएसपी शलभ सिन्हा ने सीयू के कुलसचिव डॉ बीएन तिवारी को कोनी थाने पहुंचने कहा गया। जहां एएसपी कतलम ने कुलसचिव को कहा कि अगर सीयू में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पैदा होती है तो उसकी ज़िम्मेदारी सीयू प्रबन्धन की होगी। जिसके बाद 6 घंटे चली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में छात्रों का निष्कासन वापस ले लिया तथा शुल्क वृद्धि में भी पुनर्विचार किया गया।
बता दें कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में स्थित इस यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी फीस में पांच से छह गुना वृद्धि के फैसले से काफी परेशान थे,लिहाज़ा अब फौरी तौर पर राहत मिल गई है लेकिन सोमवार को शुल्क वृद्धि के संशोधित फैसला आने के बाद ही कुछ कह पाना आसान होगा। अक्षय दुबे ‘साथी’