कोविड-19 संकट के बीच मध्य प्रदेश पुलिस ने कानून व्यवस्था को लेकर विशेष पहल शुरू की है। सोमवार को प्रदेश की पुलिस ने ‘एफआईआर आपके द्वार’ पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत की है, जिसमें लोग पुलिस थानों में आकर एफआईआर दर्ज करने की बजाय अपने घरों से एफआईआर दर्ज कर सकेंगे। इसके तहत शिकायतकर्ता को एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस की आपातकालीन नंबर 100 डायल करना होगा। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विवेक जौहरी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को 31 अगस्त तक जारी रखा जाएगा। उसके बाद योजना की समीक्षा कर आगे जारी रखने पर विचार किया जाएगा।
दरवाजे पर समस्याओं का समाधान: नरोत्तम मिश्रा
राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि यह योजना राज्य के लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा। क्योंकि, यह शिकायतकर्ता के लिए उनके दरवाजे पर समस्याओं का समाधान हो जाएगा और पुलिस स्टेशन आने की आवश्यकता नहीं होगी।
23 पुलिस स्टेशनों को किया जाएगा कवर
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शुरूआत में इस योजना को राज्य के 11 शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा दतिया के एक पुलिस स्टेशन के अंतर्गत लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत कुल 23 पुलिस स्टेशनों को कवर किया जाएगा।
डायल-112 योजना की भी शुरूआत
राज्य के गृह मंत्री ने कहा कि डायल-112 योजना की भी शुरूआत की गई है। जिसके तहत एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाओं की सुविधाएं राज्य भर में कॉल करने वाले को तुरंत उपलब्ध कराई जाएंगी।
31 अगस्त तक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जारी
वहीं, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विवेक जौहरी ने कहा कि प्रशिक्षित हेड कांस्टेबल को 'डोरस्टेप' योजना के लिए तैनात किए जा रहे हैं।डीजीसी ने कहा कि यह योजना 31 अगस्त तक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जारी रहेगी। जिसके बाद इसके परिणामों का विश्लेषण किया जाएगा और जारी रखने पर विचार किया जाएगा।