बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही नामजद जीतू फौजी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम रवाना हुई है। उसकी गिरफ्तारी के बाद कुछ और राज खुलने की संभावना है। इसके अलावा एडीजी इंटेलिजेंस ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री जल्द ही कोई फैसला लेंगे।
बुलंदशहर हिंसा मामले में जो रिपोर्ट एडीजी इंटेलिजेंस ने सौंपी है, अभी उसका खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि उस रिपोर्ट में उन्होंने पुलिस की लापरवाही का जिक्र किया है। घटना के करीब पांच घंटे बाद पुलिस के पहुंचने समेत कई बिंदुओं पर उन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के मामले में पुलिस का शक फौजी जीतू पर गहराया है। जीतू उस समय छुट्टी पर आया था और घटना के बाद वापस जम्मू ड्यूटी पर चला गया। आईजी एसके भगत ने बताया कि आज पांच और चन्द्र, रोहित, सोनू, नितिन, जितेंद्र की गिरफ्तारियां हुई हैं। ये सभी अज्ञात थे, जिनकी पहचान वीडियो और फोटो के आधार पर की गई है। उन्होंने बताया कि एडीजी इंटेलिजेंस ने जांच रिपोर्ट सक्षम अधिकारी को सौंप दी है। एसआईटी का गठन आईजी मेरठ की अध्यक्षता में हुआ और उसे आने में अभी समय लगेगा।
पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक नामजद बजरंग दल के जिला संयोजक, विहिप और भाजपा के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार नहीं किया है। बजरंग दल के जिला संयोजक के बाद भाजपा के नगराध्यक्ष ने भी वीडियो जारी कर खुद को बेकसूर बताया है। इस बारे में आईजी एसके भगत का कहना है कि नामजद आरोपी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हुई हैं। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और सुमित की हत्या .32 की गोली से हुई है, लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता कि दोनों की हत्या एक ही असलहे से हुई है।