छात्राओं ने कहा जो नियम बनाए गए हैं वे सिर्फ छात्राओं पर लागू होते हैं और छात्राें के लिए ऐसे कोई नियम ना तो बनाए गए ना उन पर बनाए गए नियम लागू होते हैं। एक छात्रा ने कहा कि ‘यह 21वीं सदी है। हमें हमारी मर्जी के कपड़े पहनकर आने दिया जाना चाहिए। ऐसे कपड़े जो हमें आरामदायक लगें।’ कपड़ों को लेकर ड्रेस कोड पूरी तरह से आदमी की स्वतंत्रता का हनन है।
छात्राओं के लिए अब कॉलेज में शॉर्ट्स और मिनी स्कर्ट पहनकर आने पर पाबंदी लगा दी गई है। हालांकि, धरने के वक्त कई छात्राएं शॉर्ट्स ही पहनकर आईं। सबने कॉलेज प्रशासन को चुनौती दी कि वे चाहें तो उनके खिलाफ कार्रवाई करके दिखाएं। छात्राओं का आरोप है कि उन्हें रात 9:30 के बाद हॉस्टल में घुसने नहीं दिया जाता। जबकि उनके कॉलेज की टाइमिंग 9 से 5 है।
उसके बाद ज्यादातर लड़कियों को कोचिंग के लिए जाना होता है। ऐसे नियम बनने से वे कोचिंग नहीं जा पा रहीं। कॉलेज प्रशासन की इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।