गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की तबीयत खराब होने के बाद कांग्रेस ने सरकार बनाने को लेकर जद्दोजहद शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में सोमवार को कांग्रेस के 14 विधायक राज्यपाल से मिलने पहुंचे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बाद कांग्रेस नेता राजभवन में एक पत्र छोड़कर चले आए जिसमें उन्होंने राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए मौका देने की मांग की है। गोवा में कांग्रेस के 16 विधायक हैं।
शनिवार को एम्स में कराया गया था भर्ती
लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। उनकी बिगड़ती तबीयत को देखते हुए यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि राज्य में उनकी जगह किसी अन्य को नया मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है मगर बाद में बीजेपी ने इन अटकलों को खारिज कर दिया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- नेतृत्व में नहीं होगा बदलाव
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने इन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। उनका कहना है कि राज्य की लीडरशिप में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। मनोहर पर्रिकर ही गोवा के मुख्यमंत्री हैं और वो ही रहेंगे।
बीजेपी की एक केंद्रीय टीम ने बीमार चल रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अनुपस्थिति में वैकल्पिक नेतृत्व के कयास के बीच सोमवार को यहां गोवा के पूर्व विधायकों से मुलाकात की। यहां एक होटल में सिलसिलेवार बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) राम लाल और उनके सहयोगी बीएल संतोष और विजय पुराणिक ने की।
पूर्व ऊर्जा मंत्री महादेव नाईक ने कहा, "हमने कहा है कि मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहना चाहिए। यह अच्छे के लिए होगा। वह अपना इलाज करा रहे हैं और जल्दी या बाद में स्वस्थ हो जाएंगे। इस बात पर कोई चर्चा नहीं हुई कि क्या किसी को प्रभारी बनाया जाएगा। हाई कमांड इस पर निर्णय लेंगे।"
पैनक्रियाज कैंसर से जूझ रहे हैं पर्रिकर
पर्रिकर पैनक्रियाज (अग्नाशय) कैंसर से जूझ रहे हैं। पर्रिकर 6 सितंबर को ही अमेरिका से इलाज कराकर भारत लौटे हैं। वहां करीब एक हफ्ते तक उनका इलाज चला था। इससे पहले मुख्यमंत्री पर्रिकर ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह से अनुरोध करते हुए कहा था कि राज्य के नेतृत्व के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाए।