गुजरात के अहमदाबाद शहर के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 'मोदी हटाओ देश बचाओ' के पोस्टर लगाने का मामला सामने आया है। इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। अहमदाबाद पुलिस ने कहा कि आपत्तिजनक पोस्टर शहर के विभिन्न हिस्सों में लगाए गए थे।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने कहा कि 30 मार्च को 'अनधिकृत तरीके' से 'मोदी हटाओ देश बचाओ' जैसे नारे वाले पोस्टर शहर के विभिन्न हिस्सों में लगाए गए थे। पुलिस ने कहा कि उक्त घटनाओं की जांच के दौरान आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान नटवरभाई पोपटभाई, जतिनभाई चंद्रकांतभाई पटेल, कुलदीप शरदकुमार भट्ट, बिपिन रवींद्रभाई शर्मा, अजय सुरेशभाई चौहान, अरविंद गोरजीभाई चौहान, जीवनभाई वासुभाई माहेश्वरी और परेश वासुदेवभाई तुलसिया के रूप में हुई है।
इस पर गुजरात आप प्रमुख इसुदान गढ़वी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग पार्टी कार्यकर्ता हैं। गढ़वी ने भाजपा पर तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तारियां इस बात का संकेत हैं कि भाजपा डर गई है।
उन्होंने ट्वीट किया कि भाजपा की तानाशाही देखिए! गुजरात में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पोस्टरों के सिलसिले में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत जेल में डाल दिया गया है! यह पीएम मोदी और भाजपा का डर नहीं तो और क्या है? आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लड़ते रहेंगे।
गुरुवार को 'आप' के राज्य संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने 22 राज्यों में 'मोदी हटाओ, देश बचाओ' जैसे नारों के साथ एक राष्ट्रव्यापी पोस्टर अभियान शुरू किया है। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने और बेरोजगारी दूर करने के बजाय देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को खत्म करने में लगे हैं।
- देश भर के कई राज्यों में हिंदी, अंग्रेजी और अन्य सभी क्षेत्रीय भाषाओं में पोस्टर लगाए जा रहे हैं। राय ने आरोप लगाया, ''इस अभियान का उद्देश्य पूरे देश में यह संदेश देना है कि कैसे पीएम मोदी किसानों से किए अपने वादे को पूरा करने में विफल रहे, मजदूरों के अधिकार छीने, विश्वविद्यालयों में छात्रों का दमन किया। पीएम मोदी देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने में लगे हुए हैं।''