मीडिया में आई रिपोर्टनुसार वेरावल में कथित शिवसेना कार्यकर्ताओं ने बीते सप्ताह कुछ दलितों को उस समय पीटा था जब वे जानवर की खाल उतार रहे थे। हालांकि बाद में गुजरात में शिवसेना ने अपने कार्यकर्ताओं के इस मामले से जुड़े होने की बात से इनकार कर दिया। सोमवार को दलितों ने उग्र प्रदर्शन किए थे और पुलिस के अनुसार सात लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने जांच के आदेश भी दे दिए थे और चार पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था। खबरों के अनुसार आत्महत्या करने वाले दो लोगों की हालत गंभीर है।
सोमवार की रात गोंडल,धोराजी और जूनागढ़ हाइवे पर सरकारी बसों को आग लगा दी गई और राजमार्ग जाम कर दिया गया। यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। गोंडल के डिप्टी एसपी एसएस रघुवंशी ने बीबीसी को बताया कि प्रदर्शनों में हिंसा पर उतर आई भीड़ पर काबू करने के लिए स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है और स्थिति नियंत्रण में है। स्थानीय पत्रकार प्रशांत दयाल के अनुसार दलित समुदाय के लोगों ने पूरे मामले पर अपना विरोध जताने के लिए सौराष्ट्र के सुरेंद्र नगर और गोंडल में सरकारी दफ्तरों पर मरे हुए जानवर गिरा दिए हैं।