कैग की साल 2013-14 के लिए रिपोर्ट मंगलवार को गुजरात विधानसभा में पेश की गई। इसमें गौर किया गया है कि गुजरात राज्य बाल संरक्षण सोसाइटी (जीएससीपीएस) ने अपनी राज्य बाल संरक्षण नीति और राज्य कार्रवाई योजना नहीं तैयार की है। परिणामस्वरूप गुजरात सरकार लक्ष्य निर्धारित करने और बाल संरक्षण एवं कल्याण सेवाओं के लिए विभागों की जवाबदेही तय करने में विफल रही है।
कैग की इस सामाजिक क्षेत्र पर लेखा रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात का लिंगानुपात और कम हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य का संपूर्ण लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 920 लड़कियों से घटकर 919 पर आ गया है, जबकि इस दौरान अखिल भारतीय अनुपात 2001 के 933 से बढ़कर 943 हो गया है।
कैग की रिपोर्ट में पाया गया है कि गुजरात के 26 में से 15 जिलों में जन्म के समय लिंगानुपात में साल 2012 की तुलना में 2013 में गिरावट आई है। यह सिविल रजिस्ट्रेशन प्रणाली से जुटाए गए आंकड़ों पर आधारित है।