गुजरात के सूरत में प्रवासी श्रमिको ने शनिवार को फिर से अपने मूल राज्य वापस भेजने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जिला के संयुक्त पुलिस कमिशनर डी एन पटेल ने जानकारी देते हुए कहा कि सुबह करीब 8 बजे पांच सौ से हजार की संख्या में श्रमिक इकट्ठा हो गए और अपने राज्य वापस भेजने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। जिस दौरान भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए उचित बल प्रयोग किया गया। करीब 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इतने ही लोगों को हिरासत में लिया गया है। बता दें, इससे पहले भी कई बार मजदूर घर वापस भेजे जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं।
Covid19india.org के मुताबिक गुजरात में अब तक कोरोना वायरस के 7,403 मामले आ चुके हैं जबकि 824 लोगों की मौत इस वायरस से हो चुकी है। सूरत में अब तक 38 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। और 824 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
डायमंड बोर्स कार्यालय के बाहर मजदूरों ने किया था प्रदर्शन
इससे पहले 28 अप्रैल को सूरत में मजदूरों ने डायमंड बोर्स कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और पत्थर फेंके थे। मजदूरों का आरोप था कि लॉकडाउन के बावजूद उनसे काम करवाया जा रहा है। इसके अलावा मजदूरों ने मांग की थी कि उन्हें मूल निवास स्थानों पर वापस भेजा जाए।
इससे पहले भी मजदूरों ने किया था प्रदर्शन और आगजनी
इससे पहले भी 11 अप्रैल को भी सूरत में लॉकडाउन से परेशान होकर सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने सड़क पर प्रदर्शन किया था। मजदूरों ने सरकार से वापस घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग की थी। हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान मजदूरों ने कई वाहन को आग के हवाले कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने आगजनी करने वालों को खदेड़कर स्थिति को अपने काबू में लिया।