कुंभ-2021 पर कोरोना का संकट मंडरा रहा है। सरकार ने तय किया है कि इस बार कुंभ की अवधि महज 48 दिनों की होगी। विभिन्न पर्वों पर आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के बाद वापस लौटना होगा। उन्हें प्रवास की अनुमति नहीं होगी। पूरी व्यवस्थाओं के बार में फरवरी के अंत में सरकार की ओर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
शासकीय प्रवक्ता और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इसका खुलासा किया। काबीना मंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी के चलते खासी सतर्क है। हालात पर पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह तय किया गया है कि इस बार हरिद्वार कुंभ-2021 की अवधि महज 48 दिन की रहेगी। यह समय मार्च से शुरू होगा। इसके बारे में फरवरी-2021 के अंत में सरकार की ओर से अधिसूचना जारी की जाएगी। काबीना मंत्री ने बताया कि फिलहाल तय किया गया है कि इस बार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को हरिद्वार में प्रवास की अनुमति नहीं होगी। बाहर से आने वाले गंगा भक्तों को स्नान के बाद वापस लौटना होगा। अन्य व्यवस्थाओं के बार में भी सरकार के स्तर पर मंथन चल रहा है।
यहां बता दें कि हरिद्वार में कुंभ का आयोजन जनवरी से अप्रैल तक चलता रहा है। विभिन्न पर्वों पर शाही स्नान का आयोजन होता है और सामान्य दिनों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ हरिद्वार में उमड़ती रही है।
सरकार के इंतजामात से खुश नहीं संत समाज
हरिद्वार में कुंभ-2021 को लेकर तमाम तैयारियां अंतिम चरण में होने बात सरकार के स्तर से की जा रही है। लेकिन संत समाज इससे सहमत नहीं है। संत समाज ने इस बारे में सीएम को एक खत लिखकर कहा है कि अगर सरकार तैयारियां नहीं पा रही है तो यह जिम्मदारी अखाड़ों को ही सौंप दी जाए। संत समाज अपने स्तर से तैयारियां कर लेगा।