भाजपा सांसद सैनी के एक सहयोगी ने बताया कि कार्यक्रम में युवक यह कहते हुए सैनी के पास पहुंचे कि वह उनके साथ फोटो खिंचवाना चाहते हैं लेकिन उन्होंने उन पर स्याही फेंक दी और उनमें से दो ने उन्हें थप्पड़ भी मारा। इन युवकों ने सांसद पर पर्चे भी फेंके। घटना के बाद सैनी के समर्थकों ने उनमें से चार युवकों को पकड़ लिया लेकिन पांचवां वहां से भागने में कामयाब रहा। इस घटना के बाद सैनी के समर्थकों ने बिरला मंदिर चौक के समीप शहर के मुख्य मार्ग पर यातायात जाम कर दिया। पुलिस ने जब भीड़ को यह बताया कि चार आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और यह आश्वासन दिया कि सांसद को उपयुक्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी तब जाम हटा। अधिकारियों ने बताया कि पांचों आरोपी हिसार जिले के बुडाना गांव से बताए जाते हैं।
एक बयान में सैनी ने इस हमले को सुनियोजित साजिश करार दिया और कहा कि इसकी जांच जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस बात की अवश्य ही जांच होनी चाहिए कि ऐसे लोगों के पीछे कौन सी ताकत हैं। आरक्षण समर्थक जाट आंदोलनकारियों की ओर परोक्ष संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि आरोपियों को उन लोगों ने उकसाया होगा जो बिना किसी भय के नहरें काट सकते हैं, निर्दोष लोगों के घरों को जला सकते हैं और सड़कें जाम कर सकते हैं। सैनी ने आरोप लगाया कि उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की फाइलें पिछले एक साल से एक स्थान से दूसरे स्थान तक धूल फांक रही हैं। सैनी ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी भी समुदाय के खिलाफ कोई गलत टिप्पणी नहीं की और यदि किसी ने यह साबित कर दिया तो वह राजनीति छोड़ देंगे।