रेवाड़ी गैंगरेप केस में फरार चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गैंगरेप की वारदात को अंजाम देकर 12 दिन आरोपी से फरार चल रहे थे, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी।
दोनों आरोपियों को एसआईटी की टीम ने महेंद्रगढ़ के सतनाली गांव से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम मनीष और पंकज हैं।
बता दें कि आरोपी निशू और कोठरे के मालिक समेत 3 लोग एसआईटी की गिरफ्त में हैं।
क्या है मामला?
आरोप है कि 12 सितंबर को तीनों आरोपियों ने छात्रा का उस समय अपहरण कर लिया था जब वो कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी। इसके बाद युवती को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। गैंगरेप के बाद आरोपी, पीड़ित लड़की को महेंद्रगढ़ के एक बस स्टैंड पर अचेत स्थिति में छोड़ गए थे। इस मामले में पिछले रविवार को पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों में से एक नीशू को गिरफ्तार कर लिया था।
मालूम हो कि इस घटना का मुख्य आरोपी पंकज सेना का जवान है। पंकज की शादी 6 महीने पहले ही हुई थी। वह कोटा में पोस्टेड था और छुट्टियों में घर आया था। पंकज ने 2 साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था।
केस दर्ज करने से किया इनकार,सस्पेंड
इसके अलावा रेवाड़ी के महिला पुलिस स्टेशन की एसआई हरिमणि को भी डीजीपी बीस संधू ने सस्पेंड कर दिया था। हरिमणि पर आरोप है कि जब पीड़िता शिकायत करने थाने पहुंची तब उसने केस दर्ज करने से मना कर दिया था।
इस मामले में कार्रवाई करते हुए खट्टर सरकार ने रेवाड़ी के एसपी का ट्रांसफर कर दिया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी सुरक्षा में तैनात राहुल शर्मा को रेवाड़ी एसपी की जिम्मेदारी सौंपी।