गांव गोठड़ा टप्पा डहीना में 10वीं तक का सरकारी विद्यालय है। 12वीं की पढ़ाई के लिए छात्राओं को 3 किलोमीटर दूर कंवाली जाना पड़ता है। जिस पर छात्राओं का आरोप है कि स्कूल आने-जाने के दौरान उनके साथ छेड़छाड़ भी होती हैं। इससे परेशान होकर कई छात्राओं ने पढ़ाई तक छोड़ दी। यही वजह थी कि गांव की कुछ छात्राओं ने इसके लिए आमरण अनशन करने का फैसला किया।
छात्राओं ने लिया अनशन का फैसला
10 मई को गांव के शहीद स्मारक स्थल पर 13 छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठ गईं। छात्राओं का कहना है कि कई बार सरपंच के माध्यम से स्कूल को अपग्रेड कराकर 12वीं तक कराने की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में उन्हें भूख हड़ताल का फैसला लेना पड़ा। भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं में कई की तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। उसमें से एक की हालत नाजुक होती देख डॉक्टर्स ने उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया था।
सरकार जल्द जारी करेगी अधिसूचना
छात्राओं के अनशन पर बुधवार को शिक्षामंत्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि इसके लिए सरकार अधिसूचना जारी करेगी। उन्होंने कहा कि स्कूल को अपग्रेड करने का एक प्रोसीजर होता है। कई अधिकारी बच्चियों से मिलने जा रहे हैं और उन्हें लिखित रूप में आश्वस्त करके आएंगे।