भारत कनाडा विवाद, खालिस्तान और गुरपतवंत सिंह पन्नून बीते कुछ महीनों से चर्चित विषय रहे हैं। अब एक बड़ी खबर सामने आई है कि दिल्ली में करीब दो महीने पहले एक फ्लाईओवर पर खालिस्तान समर्थक भित्तिचित्र पाए जाने के मामले में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने हरियाणा से एक युवक को हिरासत में लिया है।
पीटीआई भाषा ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। दरअसल, पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि हिरासत में लिए गए युवक को लेकर संदेह है कि उसी ने गुरपतवंत सिंह पन्नू के कहने पर दिल्ली एवं देश के अन्य हिस्सों में इस तरह के चित्र उकेरे थे।
गौरतलब है कि पन्नू प्रतिबंधित ‘सिख फॉर जस्टिस’ का प्रमुख है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पंजाब में भी छापेमारी जारी है। बता दें कि कश्मीरी गेट फ्लाईओवर पर खालिस्तान के समर्थन में और भारत विरोधी नारे लिखे पाए जाने के बाद पुलिस ने 27 सितंबर को एक प्राथमिकी दर्ज की थी।
वहीं, दूसरी तरफ एक और बड़े अपडेट में, अमेरिका में एक प्रवासी पैनल ने एयर इंडिया से उड़ान भरने वाले लोगों को धमकी देने वाले वीडियो संदेश जारी करने के लिए नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून और उसके प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) को नो-फ्लाई सूची में शामिल करने की मांग की है।
भारतीय-अमेरिकियों और भारत-कनाडाई लोगों के एक समूह, फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) द्वारा आयोजित पैनल चर्चा "आतंकवाद और घृणा अपराधों के खतरे के तहत कनाडा में भारतीय" के प्रतिभागियों ने जोर देकर कहा कि अब सरकारों का समय आ गया है। एसएफजे के अलगाववादी सिख नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए।
एसएफजे एक अमेरिकी-आधारित संगठन है जिसे भारत सरकार ने भारत विरोधी गतिविधियों के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्रतिबंधित कर दिया है। जुलाई 2020 में, कथित तौर पर पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने और अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए पन्नुन को यूएपीए के तहत "व्यक्तिगत आतंकवादी" भी घोषित किया गया था।