सोनवार रात हुई भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मचाई है। मंडी ज़िले के निहरी इलाके में एक चट्टान का मलबा एक घर पर गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और दो को बचा लिया गया।
पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने कहा, "तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य को बचा लिया गया। बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और अभियान अभी भी जारी है।"
मंडी जिले में रातभर हुई भारी बारिश से धरमपुर कस्बे में भारी तबाही हुई। पुलिस ने बताया कि मंडी में सोमवार रात से लगातार बारिश हो रही है और धर्मपुर बस स्टैंड पानी से भर गया है। कई बसें और गाड़ियाँ पानी के तेज़ बहाव में बह गईं।
डीसीपी धरमपुर मंडी ने कहा, "धर्मपुर शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, क्योंकि सोन खड्ड नदी में अचानक उफान आ गया और उसने उग्र रूप धारण कर लिया। आधी रात के आसपास, बाढ़ का पानी बस स्टैंड में घुस गया, जिससे कई सरकारी बसें डूब गईं और दर्जनों निजी वाहन बह गए, जिनमें कार, बाइक और स्कूटर शामिल थे।"
डीसीपी ने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि एक व्यक्ति लापता बताया गया है और अधिकारी अभी भी रिपोर्ट की पुष्टि कर रहे हैं।
इस बीच, मलबा कई घरों और दुकानों में घुस गया तथा वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है। सोन खड्ड का जलस्तर अब घट रहा है, जबकि पुलिस और प्रशासन जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करने में जुटे हैं।
नदी किनारे के घरों और दुकानों में पानी भर गया, जिससे निवासियों को सुरक्षा के लिए छतों पर चढ़ना पड़ा। लगभग 150 छात्रों वाले एक छात्रावास में भी पानी भर गया, लेकिन सभी छात्र ऊपरी मंजिलों पर जाने में कामयाब रहे। डीएसपी संजीव सूद के नेतृत्व में पुलिस और बचाव दल ने रात भर बचाव अभियान चलाया।
कई घरों और दुकानों में मलबा घुस गया है और वाहनों को भारी नुकसान पहुँचा है। सोन खड्ड का जलस्तर अब कम हो रहा है, जबकि पुलिस और प्रशासन ज़मीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करने में जुटे हैं।
हिमाचल प्रदेश में मानसून के कहर ने 20 जून से अब तक 404 लोगों की जान ले ली है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने रविवार को पुष्टि की कि बारिश से संबंधित घटनाओं में 229 मौतें और सड़क दुर्घटनाओं में 175 मौतें हुईं। यह जानकारी सोमवार को एसडीएमए की रिपोर्ट से मिली।
एसडीएमए द्वारा जारी संचयी क्षति रिपोर्ट के अनुसार, बारिश से होने वाली मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़, डूबने, बिजली गिरने, बिजली गिरने और मकान ढहने से हुईं। ज़िलों के अनुसार, मंडी में बारिश से संबंधित 37 मौतें हुईं, इसके बाद कांगड़ा (34), कुल्लू (31), चंबा (28) और शिमला (23) का स्थान रहा, जो सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िलों में शामिल हैं।