प्रशासन ने शुक्रवार को ही साफ कर दिया था कि राहुल गांधी को हिंसाग्रस्त क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शनिवार सुबह राहुल गांधी सड़क मार्ग से सहारनुर के लिए रवाना हुए। कांग्रेस उपाध्यक्ष के साथ राजबब्बर और गुलाम नबी आजाद भी थे। राहुल गांधी का काफिला दिल्ली से करनाल और यमुनानगर होते हुए सहारनपुर जिले की सीमा तक पहुंचा। वहां प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों के साथ उनकी बहस हुई। पुलिस को यह अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि राहुल गांधी अचानक गांड़ी से उतरकर पैदल ही चल पड़ेंगे। जब तक पुलिस उन्हें रोकने का कुछ इंतजाम करती सैकड़ों कार्यकताओं को साथ वे सरसावे की तरफ पैदल ही रवाना हो गए।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक राहुल गांधी हिंसाग्रस्त इलाके तक पहुंचे और वहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि वे पैदल चलकर शहाजहांपुर चौकी पहुंचे, जहां पीड़ित परिवारों से उन्होंने मुलाकात की है।
प्रशासन ने मुझे UP बॉर्डर पर रोकने की कोशिश की लेकिन मैं पैदल चल कर शाहजहांपुर चौकी,सहारनपुर पहुंचा,जहाँ मैं पीड़ित परिवारों से मिला pic.twitter.com/qXZq2DBjPz
— Office of RG (@OfficeOfRG) May 27, 2017
उधर बीजेपी ने राहुल के सहारनपुर जाने पर तंज करते हुए इसे ट्रेजेडी टूअर करार दिया है।
एडीजी कानून व्यवस्था आदित्य मिश्रा ने कहा है कि उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि हालात सामान्य होने तक हिंसाग्रस्त श्रेत्र का दौरा न किया जाए।