कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को दोहराया कि वह मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) साइट आवंटन मामले में जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
विशेष अदालत द्वारा मामले में उनके खिलाफ लोकायुक्त पुलिस जांच का आदेश दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जांच से नहीं डरते।
सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने पहले ही कहा है कि मैं जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। मैं जांच से नहीं डरता। मैं कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हूं। मैंने यह बात कल भी कही थी और आज भी दोहरा रहा हूं।"
सिद्धारमैया ने कहा कि विशेष अदालत ने मामला मैसूर लोकायुक्त पुलिस को भेज दिया है, क्योंकि शिकायत मैसूर में दर्ज की गई थी और मुडा भी उसी शहर में स्थित है।
विशेष अदालत के न्यायाधीश संतोष गजानन भट का यह आदेश उच्च न्यायालय द्वारा राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा सिद्धारमैया के खिलाफ जांच करने की मंजूरी को बरकरार रखने के एक दिन बाद आया है। सिद्धारमैया पर मुडा द्वारा उनकी पत्नी बी एम पार्वती को 14 स्थलों के आवंटन में अवैधताओं के आरोपों की जांच करने का आरोप है।