जम्मू कश्मीर में सोमवार को आतंकवादियों से लड़ते हुए प्राण न्यौछावर करने वाले सीआरपीएफ जवान मुजाहिद खान के परिवार वालों ने बिहार सरकार से 5 लाख रुपये का चेक लेने से इनकार कर दिया। भोजपुर जिले के पीरो तहसील में खान के परिवार को यह चेक दिया गया था।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, परिवार वालों को सबसे ज्यादा इस बात का दुःख है कि स्थानीय ज़िला अधिकारी एक पांच लाख का चेक लेकर पहुंचे जबकि एक दिन पहले बिहार के खगड़िया जिले के मृतक सैनिक के परिवार वालों को ग्यारह लाख का चेक दिया था।
इधर राज्य सरकार का कहना है कि वर्तमान में शहीद सैनिक के परिवार वालों को 11 लाख और अर्ध सैनिक बल के जवान को पांच लाख देने का प्रावधान है। हालांकि जिला अधिकारी ने परिवार वालों को विश्वास दिलाया है कि राज्य सरकार उनकी मांगों पर विचार कर रही है।
इसके अलावा बिहार सरकार पर शहीद के अपमान का भी आरोप लग रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुजाहिद खान की अंतिम विदाई में हजारों की संख्या में सभी जाति और धर्म के लोग मौजूद थे लेकिन बिहार सरकार का कोई मंत्री और स्थानीय सांसद राजकुमार सिंह यहां से दिखाई नहीं दिए।
इस बीच, आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने पटना में एक बयान जारी करते हुए कहा कि सीआरपीएफ जवान के अंतिम संस्कार में कोई मंत्री या वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित नहीं थे। बलिदान के प्रति असंवेदनशीलता के लिए नीतीश कुमार सरकार को माफी मांगनी चाहिए।