राजस्थान के उदयपुर में शंभूलाल रैगर के समर्थकों ने अदालत परिसर में जमकर उत्पात मचाया। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सैकड़ाें समर्थकों ने गुरुवार को पुलिस पर हमला किया। 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। बवाल के बाद 200 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच जारी है।
रैगर ने पश्चिम बंगाल से आए मजदूर अफराजुल की राजसमंद में हत्या कर दी थी। इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें रैगर शव को आग लगाते और लव जिहाद के कारण हत्या करने की बात करता नजर आया था। राजसमंद और उदयपुर में पुलिस ने धारा 144 लगा रखी है और मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। पीटीआई ने एडीजी (कानून-व्यवस्था) के हवाले से बताया है कि कुछ लोगों ने धारा 144 का उल्लंघन कर रैगर के समर्थन में इकट्ठा होने की कोशिश की। भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठियां चलानी पड़ी। हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, शिव सेना हिन्दुस्तान के महासचिव लखन सिंह पंवार को गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार उसने धर्म विशेष पर अभद्र टिप्पणी करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला था। उदयपुर के जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि निषेधाज्ञा के दौरान धरना, प्रदर्शन, रैली एवं भड़काऊ भाषण आदि पर रोक रहेगी। जिला मजिस्ट्रेट और जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में विशेष सेल का गठन किया गया है जो सोशल मीडिया के पोस्ट, तस्वीरों एवं वीडियो पर नजर रख रहा है।
राजस्थान पुलिस ने रैगर की पत्नी के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है। इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से करीब 3 लाख रुपये जमा किए गए थे। इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रैगर के समर्थन में उसकी पत्नी सीता रैगर के खाते में 516 लोगों ने पैसे जमा करवाए हैं। पुलिस ने ऐसे दो व्यापारियों को भी हिरासत में लिया है, जो इस खाते में पैसा जमा करने के बाद इसकी रसीद की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे थे। इससे पहले सोशल मीडिया पर शंभूलाल के समर्थन में आर्थिक मदद के लिए उसकी पत्नी के बैंक खाते की जानकारी शेयर करने की खबरें आई थी।