गुवाहाटी आ रही इंडिगो की एक उड़ान को खराब मौसम के कारण त्रिपुरा के अगरतला हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि विमान में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा भी सवार थे। अधिकारी ने बताया कि रविवार शाम एहतियात के तौर पर उड़ान को अगरतला भेजा गया था।
अगरतला स्थित महाराजा वीर विक्रम (एमवीवी) हवाई अड्डे के निदेशक के.सी. मीणा ने बताया कि गुवाहाटी में मौसम की स्थिति में सुधार होने के बाद विमान ने गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी। उन्होंने कहा, ‘‘डिब्रूगढ़ के मोहनबाड़ी हवाई अड्डे से रवाना हुई इंडिगो की उड़ान भारी बारिश और आंधी-तूफान के कारण गुवाहाटी में नहीं उतर सकी, और एहतियात के तौर पर उसे अगरतला भेज दिया गया। बाद में उड़ान गुवाहाटी के लिए रवाना हो गई।’’
अगरतला हवाई अड्डे के निदेशक ने बताया कि गुवाहाटी स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की है कि विमान में शर्मा भी सवार थे। मीणा ने कहा, ‘‘मौसम की स्थिति के कारण विमान का मार्ग परिवर्तित किया गया था और कोई तकनीकी समस्या नहीं आई।’’ जैसे ही विमान अगरतला हवाई अड्डे पर उतरा, त्रिपुरा के पर्यटन मंत्री सुशांत चौधरी असम के मुख्यमंत्री से मिलने वहां पहुंचे।
बाद में, ‘फेसबुक’ पर एक पोस्ट में चौधरी ने कहा, ‘‘गुवाहाटी में खराब मौसम के कारण असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा जी की उड़ान को अगरतला हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में उतारने की सूचना मिलने के बाद मैं हवाई अड्डे पहुंचा और दादा (बड़े भाई) से मिला।’’
मीणा ने बताया कि गुवाहाटी में मौसम की स्थिति में सुधार के बाद सामान्य विमान परिचालन फिर से शुरू हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘रविवार को मार्ग परिवर्तन के बाद कुल पांच उड़ानें एमबीबी हवाई अड्डे पर उतरीं और ये सभी अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गईं।’’
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय केंद्र ने 24 अगस्त को दोपहर ढाई बजे से रात साढ़े आठ बजे के बीच भारी बारिश और गरज के साथ बूंदाबांदी का अनुमान जताया था, जिसके बाद विमानन कंपनियों ने संभावित व्यवधानों के बारे में परामर्श जारी किया था।
गुवाहाटी स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में दोहराया गया कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया और अगरतला में संक्षिप्त ठहराव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली।
अधिकारी ने बताया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में मौसम की अनिश्चितता बनी हुई है और अधिकारी यात्रियों को यात्रा से पहले उड़ानों के बारे में ताज़ा जानकारी लेने की सलाह दे रहे हैं।