उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं, विधायकों और अन्य प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे सरकार को किसानों और ग्रामीणों की परेशानियों से अवगत कराएं ताकि प्रभावी सूखा राहत उपाय लागू किए जा सकें। उन्होंने कहा कि सभी विधायक, विधानपार्षद और सांसद नौ से 18 मार्च के बीच राज्य के सूखा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें। निर्वाचित प्रतिनिधि स्थानीय प्रशासन से बातचीत करेंगे, सूखा राहत उपायों की समीक्षा करेंगे, ग्रामीणों से बात करेंगे और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं से निर्देशित करेंगे कि सूखा राहत कार्य सही तरीके से लागू हो यह सनिश्चित किया जाए। लगातार तीन साल से मराठवाड़ा में सूखा पड़ रहा है। दानवे ने कहा कि सरकार किसानों के साथ दृढ़ता से खड़ी है।
उन्होंने कहा कि सूखा राहत कार्यक्रमों में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के क्रम में, पार्टी ने प्रभावित लोगों और सरकार के बीच संवाद सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया है। दानवे ने कहा कि पार्टी ने जन भागीदारी के जरिए 35 भारी मशीनें मुहैया कराई हैं जिनका इस्तेमाल तालाबों, झीलों, नदी के तलहटों और खेती के लिए बनाए गए तलाबों से गाद निकालने के लिए किया जा रहा है। इन मशीनों का इस्तेमाल जलयुक्त शिवर कार्यक्रम में भी (2019 तक महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने के लिए शुरू किया गया कार्यक्रम) किया जा रहा है।