जम्मू कश्मीर प्रशासन आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की दूसरी बरसी पर कश्मीर घाटी में काफी सतर्क है। प्रशासन ने संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। वहीं अलगावादियों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के मद्देनजर रविवार को एक दिन के लिए अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है। साथ ही कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवा भी सस्पेंड कर दी गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि कुलगाम जिले में 3 आम नागरिकों की मौत को देखते हुए पूरी कश्मीर घाटी इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि तीनों आम नागिरक सुरक्षा बलों और पत्थरबाज प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष के दौरान कथित तौर पर सुरक्षा बलों की फायरिंग में मारे गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवा सस्पेंड कर दी गई है, हालांकि बीएसएनएल लैंडलाइनों पर ब्रॉडबैंड सेवा काम करती रहेगी।
अमरनाथ यात्रा स्थगित होने को लेकर पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने कहा,‘‘ आपको पता है कि जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है और हमारा प्रयास तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है। हड़ताल का आह्वान किया गया है ऐसे में हमें यात्रा रोकनी पड़ी। हमारा कर्तव्य तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।’’
वैद्य ने कहा , ‘‘ यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता हमारी शीर्ष प्राथमिकता है .... मेरी तीर्थयात्रियों से अपील है कि उन्हें घाटी की (कानून व्यवस्था की) स्थिति को ध्यान में रखकर हमारे साथ सहयोग करना चाहिए।’’
बता दें कि सुरक्षा बलों ने 8 जुलाई 2016 को त्राल के रहने वाले वानी को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया था। बुरहान की मौत के बाद घाटी में जगह-जगह हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए थे और लंबे समय तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था।