इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना के तीसरे लहर में बच्चों पर खास तौर से आफत आएगी। अभी दूसरी लहर थमा भी नहीं है कि बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) में चार बच्चों की मौत इलाज के दौरान हो गई है। इसमें से एक बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके बाद अब ये सवाल उठने लगे हैं कि क्या कोरोना की तीसरी लहर की शुरूआत हो गई है। डीएमसीएच के प्रिंसिपल ने कहा है कि इन बच्चों में सांस लेने में दिक्कते थीं। और कुछ में निमोनिया की भी शिकायत थी। एक बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जबकि अन्य तीन बच्चे निगेटिव पाए गए हैं।
बिहार में लॉकडाउन को कुछ छूट के साथ एक सप्ताह के लिए और बढा दिया गया है। वहीं, अब तीसरी लहर का खौफ सताने लगा है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये लहर देश में अक्टूबर से दिसंबर के बीच आएगी, जो बच्चों के लिए सबसे खतरनाक होगा। बिहार के दरभंगा अस्पताल में चार बच्चों की कोरोना जैसे लक्षणों से मौत के बाद अब नीतीश सरकार पर और राज्य की स्वास्थ्य तैयारी पर सवाल उठने लगे हैं।
जनअधिकार पार्टी (जाप) प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, "DMCH दरभंगा में चार बच्चों की मौत कोरोना से हुई।यह पहली बार है इतनी संख्या में बच्चे कोरोना के शिकार हुए हैं। साफ संकेत है तीसरा लहर का कहर शुरू हो गया है। सरकारें अपनी पीठ थपथपाने में मस्त है।निर्दयी PM मन की बात करने में, तो स्वास्थ्य मंत्री दोषारोपण की राजनीति में व्यस्त हैं।"
आगे उन्होंने सोमवार को लिखा, "CM साहब करबद्ध निवेदन है बिहार के बच्चों को कोरोना के तीसरे लहर के कहर से बचा लीजिए।ये नौनिहाल आपके खस्ताहाल अस्पतालों को झेल नहीं पाएंगे अविलंब हस्तक्षेप कीजिए।अन्यथा,मां-बाप के आंखों के तारे टूटेंगे,मां की गोद सूनी होगी तो मर्माहत ममता के क्रोध से सारे तख्त-ओ-ताज बिखर जाएंगे।"