जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद हटाने के बाद से ही प्रशासन हर तरह की सावधानी बरत रहा है। प्रशासन इस बात का खास ध्यान रख रहा है कि किसी भी तरह से कोई असामाजिक तत्त्व माहौल खराब न करने पाए। इसी सिलसिले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोपोर में आतंकवादियों के 8 साथियों को गिरफ्तार किया, जो इलाके में पोस्टर छापकर लोगों को डराने और धमाने का काम कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि सभी आतंकी दुकानदारों और आम लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। राज्य से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद आतंकियों के खिलाफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
आठ लोगों को किया गया गिरफ्तार
सोपोर पुलिस ने क्षेत्र में पोस्टरों की उपस्थिति के बाद आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें स्थानीय लोगों को धमकी दी गई थी और धमकाया गया था। नतीजतन पुलिस ने तत्काल कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला एफआईआर नंबर 220/2019 दर्ज किया।
जांच में जुटी पुलिस
इस मामले में अधिकारियों द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह पता चला है कि आठ आतंकवादी सहयोगी एजाज मीर, उमर मीर, तौसीफ नाजर, इम्तियाज नाजर, उमर अकबर, फैज लतीफ, दानिश हबीब और शोकातत अहमद मीर अपराध में शामिल थे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
आतंकियों से जारी है पूछताछ
आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर पुलिस ने बारामूला जिले के कनिस्पोरा और डांगरपोरा में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पकड़े गए आठ आतंकियों से शनिवार को डांगरपोरा में एक घर में घुसकर गोलीबारी के मामले में पूछताछ की जा रही है। आतंकियों ने घर में घूसकर 30 महीने की बच्ची समेत चार लोगों को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। हमले के बाद आतंकी भाग निकले थे। एनएसए अजीत डोभाल ने घायल लड़की को इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा था।
कम्प्यूटर और अन्य सामान किए गए जब्त
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकियों में एजाज मीर, उमर मीर, तौसीफ नाजर, इम्तियाज नाजर, उमर अकबर, फैजान लतीफ, दानिश हबीब और शोकात अहमद मीर शामिल हैं। आतंकियों ने पोस्टर तैयार कर इलाके में बांटे थे। पुलिस ने आतंकियों के पास से मिले कम्प्यूटर और अन्य सभी चीजों को जब्त कर लिया है।
3 अगस्त को 5 से 7 आतंकियों को मारा गया था
5 सितंबर को भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास लश्कर के दो पाक आतंकियों को गिरफ्तार किया था। वहीं, सेना ने सोमवार को बताया था कि पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के घुसपैठियों ने अगस्त के पहले हफ्ते में कई बार एलओसी पार करने की कोशिश की थी। 3 अगस्त को जवाबी कार्रवाई में 5 से 7 आतंकी मारे गए थे। बैट स्क्वॉड की घुसपैठ नाकाम होने के करीब एक महीने बाद सोमवार को एक वीडियो सामने आया। इसमें नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब जंगल में हथियारों से लैस आतंकियों के शव पड़े नजर आए।