रामगोपाल जाट
कर्नाटक में हो रहे सियासी नाटक के बीच राजस्थान में नेशनलिस्ट जमींदारा पार्टी की विधायक सोनादेवी बावरी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं हैं। बावरी ने आज दोपहर 11 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। पायलट ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि बीजेपी द्वारा हर जगह भ्रष्टाचार किया जा रहा है, पूरा प्रदेश भाजपा से त्रस्त है, सभी विधायक डरे-सहमे हुए हैं, ऐसी स्थिति में सोनादेवी बावरी ने कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लेकर प्रदेश की जनता को अच्छा संदेश दिया है।
इससे पहले राज्यसभा चुनाव में सोनादेवी बावरी ने बीजेपी उम्मीदवार को सपोर्ट कर भाजपा में शामिल होने के संकेत दिए थे। वर्तमान विधानसभा में जमींदारा पार्टी की दो विधायक हैं। एक कामिनी जिंदल हैं, जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीडी अग्रवाल की बेटी हैं। दूसरी विधायक सोनादेवी बावरी हैं। इस अवसर पर सोनादेवी ने कहा कि बीजेपी सरकार दलितों को प्रत्याड़ित कर रही है। दूसरी तरफ उन्होंने कांग्रेस को दलित, गरीब, पिछड़ों के लिए काम करने वाली पार्टी करार दिया है। सोनादेवी बावरी ने कहा कि इसीलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। वह पार्टी की तरफ से जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसको पूरी ईमानदारी से निभाने का प्रयास करेंगी।
कमल मोरारका के विरोध में बीजेपी को दिया था समर्थन
इससे पहले बीते साल हुए राज्यसभा चुनाव में जमींदारा पार्टी की दोनों विधायकों ने कांग्रेस समर्थित उद्ययोगपति और राज्यसभा के लिए उम्मीदवार कमल मोरारका के बजाय बीजेपी के प्रत्याशियों को वोट दिया था। तब बीजेपी के पास 164 का समर्थन था, और भाजपा के तीनों उम्मीदवारों की जीत के लिए 166 मत चाहिए थे। जमींदारा पार्टी की कामिनी जिंदल और सोनादेवी बावरी के अलावा 4 अन्य दलों के विधायकों ने भी बीजेपी को समर्थन दिया था।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयपाल झाझड़िया ने कहा था कि बीजेपी ने राज्य के सालाना बजट में श्रीगंगानगर में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज शुरू करने के लिए आश्वासन दिया है। तब यह माना जा रहा था कि जमींदारा पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ जा सकती है, लेकिन आज जो घटनाक्रम हुआ, उसने तत्कालीन धारणा को धराशाही कर दिया।
सोनादेवी पर दल-बदल कानून लागू नहीं
दरअसल, सोनादेवी बावरी श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर सीट से चुनकर आईं थीं। उनकी ही पार्टी की दूसरी विधायक कामिनी जिंदल श्रीगंगानगर से जीतकर आईं थीं। दोनों विधायकों में कामिनी जनरल सीट व सोनादेवी बावरी एससी सीट से चुनी गईं थीं। कांग्रेस में शामिल होने वाली 31 वर्षीय सोनादेवी बावरी के एक बेटा और एक बेटी हैं। उनके कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद दल-बदल कानून के तहत उनकी विधानसभा सदस्यता नहीं जाएगी।
नियमानुसार किसी भी पार्टी के दो-तिहाई चुने हुए सदस्य पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जाते हैं तो सदस्यता समाप्त होती है, लेकिन जमींदारा पार्टी के पास विधानसभा में केवल दो ही सदस्य हैं। ऐसे में दो-तिहाई बहुमत का नियम यहां लागू नहीं होता है। जिसके चलते बचे हुए पूरे 6 माह तक सोनादेवी बावरी विधानसभा सदस्य रह सकतीं हैं।
दलित कार्ड खेलने की तैयारी
सोनादेवी बावरी के द्वारा कांग्रेस में आने और उसके बाद यह बयान देना कि बीजेपी दलित विरोधी है, ऐसे में वह निष्पक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर रहीं हैं। यह बयान साबित करता है कि कांग्रेस पार्टी अपने दलित कार्ड से आगामी विधानसभा चुनाव में भी पीछे नहीं हटेगी।
गौरतलब यह भी है कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान भी सोनादेवी बावरी ने बंद का समर्थन किया था। वह स्वयं एससी वर्ग से आतीं हैं। सचिन पायलट ने कहा है कि पार्टी ऐसे लोगों का स्वागत करेगी, जो बीजेपी को हराने का संकल्प लेकर आएंगे।
लोकतंत्र की हत्या हुई है
इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए सचिन पायलट ने कर्नाटक में हो रही सियासत को लेकर कहा कि बीजेपी ने गोवा, मणिपुर और मेघालय के बाद कर्नाटक में भी लोकतंत्र की हत्या कर दी है। पायलट ने कहा कि कर्नाटक के राज्यपाल ने भी बीजेपी के इस कदम में साथ दिया है।
पीसीसी चीफ ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कल फ्लोर टेस्ट का फैसला दिया है, उनको पूरा विश्वास है कि बीजेपी की सरकार जाएगी और कर्नाटक में जेडीएस के साथ मिलकर कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब हो जाएगी।