दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इस मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर, एक प्रमुख रैंक के अधिकारी और एक पुलिस उपाधीक्षक शहीद हो गए। वहीं, इसके बाद सुरक्षाबलों ने दो आतंकी को घेर लिया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उसने अनंतनाग जिले में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को "घेरा" लिया है, जहां एक दिन पहले मुठभेड़ में तीन सुरक्षा अधिकारी मारे गए थे।
कश्मीर जोन पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनक और डीएसपी हुमायूं भट की अटूट वीरता को सच्ची श्रद्धांजलि, जिन्होंने इस चल रहे ऑपरेशन के दौरान सामने से नेतृत्व करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया। हमारी सेनाएं अटूट संकल्प के साथ कायम हैं और उन्होंने उजैर खान सहित 2 एलईटी आतंकवादियों को घेर लिया है।"
सेना के मुताबिक, शहीदों की पहचान कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोंचक और डीएसपी हुमायूं भट्ट के तौर पर हुई है। कर्नल मनप्रीत सिंह की उम्र 41 साल बताई जा रही हैं, वो हरियाणा के पंचकुला के रहने वाले हैं।
मुठभेड़ में शहीद होने वाले मेजर आशीष ढोंचक हरियाणा के पानीपत के निवासी हैं, जिनकी उम्र 34 साल बताई जा रही है। कोकेरनाग इलाके के घने जंगलों में आतंकवादियों की भारी गोलीबारी के बीच शहीद डीएसपी का शव बरामद कर लिया गया है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक जवान लापता है। आशंका जताई जा रही है कि वे मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुआ है।
बता दें कि अनंतनाग के साथ ही राजौरी में भी कल रात यानी बुधवार से एनकाउंटर चल रहा था, यहां अब ऑपरेशन खत्म हो गया है।
सेना के 15 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह समेत कई अधिकारी ऑपरेशन की निगरानी और शहीदों के पार्थिव शरीर को लाने और घायल जवानों के रेस्क्यू के लिए मुठभेड़ की जगह पर पहुंचे हैं।