जम्मू-कश्मीर में सेना के ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाते जा रहे हैं। रविवार को भी आतंकियों ने कुलगाम के वानपोह इलाके में गैर स्थानीय मजदूरों पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस आतंकी घटना में 2 गैर स्थानीय लोगों की मौत हो गई और 1 घायल हो गया। पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा हैं, ''निर्दोष लोगों की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश है।''
आतंकवादियों द्वारा जिन तीन गैर-कश्मीरी मजदूरों पर गोलियां चलाई गई हैं उनकी पहचान राजा रेशी देव (मृत), जोगिंदर रेशी देव (मृत) और चुनचुन रेशी देव (घायल) के रूप में हुई है। सभी बिहार के रहने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने इन मजदूरों के घर में घुस कर उनपर गोलियां चलाई है। दोनों मृतकों के परिवार वालों को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2-2 लाख रुपये के मुआवजा देने की बात कही है।
इससे पहले शनिवार को भी आतंकियों ने पुलवामा और श्रीनगर में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। श्रीनगर में बिहार के रहने वाले अरविंद कुमार को निशाना बनाया गया था, जबकि पुलवामा में यूपी के निवासी सगीर अहमद को मार डाला गया था।
इस महीने की शुरुआत से ही आतंकियों ने केंद्र शासित प्रदेश में आम नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था। इसमें यूपी, बिहार समेत कश्मीरी पंडित की भी हत्या कर दी गई। घाटी में लगातार हो रहीं आम नागरिकों की हत्याओं को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है। जम्मू-कश्मीर सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक इन आतंकियों से निपटने के लिए रणनीति बना रही है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की हत्या की निंदा करने के लिए कई समूहों ने रविवार को विभिन्न स्थानों पर पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन किया। जम्मू और सीमावर्ती जिले पुंछ के विभिन्न हिस्सों में ताजा विरोध प्रदर्शन एक दिन बाद हुआ जब आतंकवादियों ने श्रीनगर और पुलवामा जिलों में अलग-अलग हमलों में दो गैर-स्थानीय लोगों, बिहार के अरविंद कुमार साह और उत्तर प्रदेश के सगीर अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी। केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी गतिविधियों को लगातार समर्थन देने की निंदा करने के लिए विभिन्न समूहों के प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी सरकार के पुतले फूंक दिए।