कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देशभर में हजारों की संख्या में मजदूर फंसे हुए हैं। शुक्रवार को जम्मू के कठुआ के चेनाब कपड़ा मिल में काम करने वाले मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान भीड़ हिंसक हो गई। मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्हें पूरा वेतन नहीं दिया जा रहा है। जिले के एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा ने कहा है कि मजदूरों के मुताबिक मिल द्वारा इनलोगों का पूरा भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही ये लोग घर जाना चाह रहे हैं। प्रदर्शन में घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रदर्शन के दौरान हिंसक हुई भीड़
खबरों के मुताबिक भीड़ प्रदर्शन के दौरान हिंसक हो गई जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी ने प्रवासी मजदूरों को समझाया।
कपड़ा मिल के बाहर का जमा भीड़
सूरत में मजदूरों ने किया था जमकर हंगामा
इससे पहले सूरत में फंसे प्रवासी मजदूरों ने जमकर हंगामा किया था। पुलिस पर पथराव भी हुआ। मजदूरों को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे थे और लाठीचार्ज भी की थी। इससे मजदूरों के साथ कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
लुधियाना में भी प्रदर्शन
गुजरात के सूरत, राजकोट सहित कई जगहों से प्रवासी मजदूरों के प्रदर्शन के बाद पंजाब के लुधियाना में भी बीते सोमवार को मजदूर बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे। यहां मजदूरों ने सड़क पर जाम लगा दिया और कहा कि प्रशासन की ओर से उन्हें राशन नहीं मिल रहा है, ऐसे में तुरंत घर भेजने की व्यवस्था की जाए। प्रवासी मजदूरों के हंगामे के बाद स्थानीय प्रशासन ने एक नंबर जारी किया और मजदूरों से कहा कि वे इस नंबर पर अपना पता और मांग बताएं, उस हिसाब से राशन की व्यवस्था की जाएगी।
चलाई जा रही हैं स्पेशल ट्रेनें
बता दें कि मजदूरों को उनके गांव भेजने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इन ट्रेनों के जरिए अलग-अलग राज्य में फंसे मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। हालांकि फिर भी कई मजदूर अभी भी फंसे हुए हैं जो लगातार राज्य सरकारों से उनको घर भिजवाने की मांग कर रहे हैं।