दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने गुरूवार को यहां जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की। यह मुलाकात पहलवानों और पुलिस के बीच बीती रात हुई झड़प के कुछ घंटों बाद हुई। इस झड़प में कुछ प्रदर्शनकारी घायल भी हो गए। बैठक से पहले मालीवाल ने आरोप लगाया था कि उन्हें पहलवानों से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
ट्विटर पर उनके द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, उन्हें पुलिसकर्मियों से यह कहते हुए देखा जा सकता है कि वह एक संवैधानिक पद पर हैं और प्रदर्शनकारियों से मिलना चाहती हैं।
उनके ट्वीट के जवाब में, नयी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त ने ट्वीट किया, ‘‘डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष को एक अधिकारी द्वारा बैरिकेड पर रोक दिया गया था और फिर तुरंत जाने दिया गया। वह वर्तमान में धरना स्थल पर, अंदर हैं। जंतर-मंतर पर व्यक्तिगत प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है।’’
मालीवाल ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘जंतर मंतर पर पहलवानों के साथ बैठी हूं। वह बता रही हैं कि कैसे कल रात शराब के नशे में पुलिस के कुछ अधिकारियों ने उनके साथ बदतमीज़ी की, उनपर हमला किया। सारी शिकायतें लिखकर दिल्ली महिला आयोग इनपर कार्यवाही करेगा।’’
पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं, जो उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद भी हैं। पहलवानों ने आरोप लगाया है कि बुधवार रात कुछ पुलिसकर्मियों ने उनकी पिटाई की।
उनके अनुसार, लड़ाई में दो पहलवान राहुल यादव और दुष्यंत फोगाट घायल हो गए। पुरस्कार विजेता पहलवान विनेश फोगाट को भी सिर में चोट लगी है। बुधवार रात पुलिस ने राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और स्वाति मालीवाल को उस समय हिरासत में ले लिया था, जब वे पहलवानों का समर्थन करने के लिए मौके पर गए थे।