उन्होंने खाप चौधरियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि खाप चौधरियों के आंदोलन से किनारा करने से आंदोलन पर कोई असर नहीं है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने पहले भी खापों की मदद के बिना सफल आंदोलन किए हैं। प्रदेश का जाट समुदाय जाट संघर्ष समिति के साथ है।
वहीं, पलवल में जाट आरक्षण आंदोलन के तहत नेशनल हाईवे स्थित जाट धर्मशाला में तीसरे दिन भी धरना स्थल पर जाटों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस दौरान पूरी तरह से शांति बनाए रखी। मामले की गंभीरता को भांपते हुए पुरे दिन पुलिस बल और खुफिया तंत्र तैनात रहा।
जाट नेता धर्मबीर तेवतिया ने कहा कि उनके धरने का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है, वे पूरी तरह से शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहते है। वे चाहते है कि है कि सरकार अपने वादों को पूरा करे। अभी तक जो भी वार्ता हुई है, उनमें सरकार के प्रतिनिधियों ने कई तरह के आश्वासन दिए हैं, लेकिन बाद में कोई भी पूरा नहीं हुआ।
तेवतिया ने कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष के आंदोलन को लेकर काफी लोगों पर मुकदमे दर्ज किए है और उन्हें जेलों में बंद किया हुआ है। जेल में बंद लोगों को रिहा किया जाना चाहिए। पलवल में जिला स्तर पर जाट धर्मशाला में चल रहे जाट आंदोलन में धीरे-धीरे जाट समुदाय के लोगों की संख्या बढऩी शुरू हो गई है। भाषा