जाट समुदाय ने सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर फरवरी में नौ दिन के हिंसक प्रदर्शन किया था।
जाटों की अन्य मांगों में पिछले महीने आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दिलाने की मांग भी शामिल है। उन्होंने यह भी मांग की है कि आंदोलन के कारण समुदाय के लोगों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं और गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए।