पिछले दिनों झारखंड में लगातार भूख से हो रही मौतों पर सियासत गरमायी हुई थी। वहीं, शुक्रवार यानी आज राज्य में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने यहां की बढ़ती गरीबी को बेनकाब कर दिया है। ये मामला 100 वर्षीय एक बुजुर्ग का है, जो पहले गरीबी के चलते मिट्टी खाने को मजबूर था, लेकिन अब ये उसके दैनिक आहार में शामिल हो गई है। घटना झारखंड के साहिबगंज की है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, झारखंड के साहिबगंज में 100 वर्षीय करू पासवान मिट्टी खाए बिना नहीं रह सकते। उनका कहना है, मैंने 11 साल की उम्र में गरीबी की वजह से मिट्टी खाना शुरू किया था, बाद में यह मेरी आदत बन गई। करू के पास मिट्टी का खाली बर्तन और कुछ सूखी मिट्टी रखी हुई है। करू के शरीर को अब मिट्टी की ऐसी लत लग चुकी है कि बिना इसे खाए वह जीवित नहीं रह सकते हैं।
100-year-old Karu Paswan from #Jharkhand's Sahebganj claims he can't survive without eating mud, says 'started eating it when I was 11 years old due to poverty but later it became a daily routine' pic.twitter.com/NPrrihaNiy
— ANI (@ANI) January 19, 2018
गौरतलब है कि इससे पहले राज्य में भूख के चलते होने वाली मौतों पर राजनीतिक बहस शुरू हो गई थी। पिछले साल अक्टूबर महीने में 11 साल की एक बच्ची की मौत भूख से हो गई थी। बच्ची की मां ने बताया था कि आधार कार्ड न होने के चलते उन्हें राशन देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद राज्य में सिलसिलेवार तीन-चार मौतों का मामला सामने आया, लेकिन प्रशासन हर बार भुखमरी से होने वाली मौतों को खारिज करता रहा है।