झारखण्ड में भीड़ द्वारा कानून हाथ में लेकर पीटकर हत्या के मामले थम नहीं रहे हैं। अब चाईबासा में चोरी के शक में ग्रामीणों ने एक युवक की पीटकर हत्या कर दी है। चाईबासा जिला के टोंटो थाना के लिसिमोती गांव में 22 साल के रसिका लागुरी की हत्या कर दी गई। रसिका की पत्नी पार्वती के बयान पर पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पार्वती के अनुसार रसिका का आरोपियों के साथ विवाद हुआ था। रसिक एक सप्ताह पहले पत्नी के साथ अपने ससुराल जेटेया आया था।
29 मार्च को किसी काम से बाहर निकला था उसी दौरान पार्वती को सूचना मिली कि उसके पति को कुछ लोग बाइक पर बैठाकर ले गये। देर शाम उसकी हत्या की जानकारी मिली। अगले दिन 30 मार्च को पार्वती अपने ससुराल लिसीमोटी आई तो रसिका का शव गांव के ही डाकुवा गागराई के घर के सामने पड़ा था।
पुलिस के अनुसार ग्रामीणों का मानना है रसिका आपराधिक प्रवृत्ति का था। गांव में छोटी-बड़ी गाड़ियां चलाता था। इसी दौरान रेकी करता था और मौका पाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। हाल ही गांव के राम लागुरी के बागीचे से पानी का मोटर चोरी हो गया था। लागुरी के परिजनों को रसिका पर शक था। उसके परिजन रसिका के घर गये मगर नहीं मिला। बाद में रास्ते में लोगों ने उसे पकड़ लिया तो वह भागने लगा। इसी दौरान ग्रामीणों ने उसे घेरकर पीटा जिससे उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार आये दिन बैल, बकरी, मुर्गे की चोरी हो रही थी जिससे गांव वाले नाराज थे। पिछले माह ही रांची में चोरी के शक में दो लोगों और गुमला में एक की भीड़ ने पीटकर हत्या कर दी थी। सरायकेला खरसावां जिला में भी चोर के शक में खंबे से बांधकर लोगों ने पीटकर अधमरा कर दिया था।