झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है। 30 नवंबर को राज्य में पहले चरण के लिए मतदान होने हैं। इस मतदान से पहले नक्सलियों ने लातेहर में पुलिस पार्टी पर हमला किया है। इस हमले में पुलिस के 4 जवान शहीद हो गए जबकि एक अन्य संदिग्ध रूप से घायल लापता जवान सुरक्षित बरामद हो गया है। माओवादी सुरक्षा के तमाम इंतजाम के बावजूद चंदवा में आज बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के सभास्थल से सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी पर पुलिस की वैन पर हमला करने में सफल हो गए।
इस नक्सली हमले में शहीद पुलिसकर्मियों की पहचान सब-इंस्पेक्टर सुकिया उरांव, कांस्टेबल दिनेस कुमार, कांस्टेबल सिकंदर सिंह, वाहन चालक यमुना राम के रूप में हुई है। इस घटना पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुख जताते हुए कि कहा कि पूरा देश शहीदों के परिवार के साथ खड़ा है। लातेहार में वीर जवानों पर किया गया हमला कायरता है। मैं इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा झारखण्ड और देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
पुलिस और नक्सलियों में हुआ मुठभेड़
नक्सलियों ने पुलिस पर यह हमला लातेहार जिले के चंदवा थाना से महज दो किलोमीटर की दूरी पर किया। इस दौरान पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ भी हुआ। 30 नवंबर को पहले चरण में लातेहार, गढ़वा, पलामू, गुमला, लोहरदगा और चतरा जिले की 13 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। ये सभी जिले नक्सली प्रभावित इलाके माने जाते हैं।
पुलिस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को भेजा गया है। घटनास्थल से सिर्फ दो किलोमीटर दूर आज दिन में एक बजे बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की चुनावी रैली थी। कल लातेहार में ही मनिका विधानसभा क्षेत्र में अपनी चुनावी सभा में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य को नक्सल मुक्त कर देने का दावा किया था और इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री की प्रशंसा की थी।
इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल
हमले में जीवित बचे जवान की पहचान दिनेश राम बताई गई है। बताया जाता है कि वह हमले के समय संयोगवश वह वहां नहीं था। नक्सलियों ने इस घटना को थाने से महज दो किलोमीटर की दूरी पर अंजाम दिया। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। शहीद जवानों में शंभू की मौत इलाज के लिए रांची ले जाए जाते समय रास्ते में हो गई, जबकि अन्य तीनों की मौत वारदातस्थल स्थान पर ही हो गई थी।
चुनाव आयोग ने दिए थे सतर्कता बरतने के निर्देश
इससे पहले बुधवार को चुनाव निर्वाचन आयोग ने नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान के दौरान विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा था कि जिन इलाकों में वोटिंग होनी हैं, वहां के जिलाधिकारी (उपायुक्त) और पुलिस अधीक्षक मतदानकर्मियों को भेजने और लाने के लिए विशेष एहतियात बरतें।