खूंटी, रांची और करीबी इलाकों में आतंक मचाने वाले पीएलएफआइ ( पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) की धमक रांची में बढ़ती जा रही है। अनेक कारोबारियों को रंगदारी के लिए धमकी के बाद अब आइएमए के प्रदेश सचिव डॉ शंभू प्रसाद को फोन से 24 घंटे के भीतर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। नहीं तो हत्या की धमकी दी गई है। धमकी के बाद शंभू प्रसाद ने कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है और रांची के वरीय आरक्षी अधीक्षक से भी शिकायत की है।
शंभू प्रसाद को धमकी भरा छपा हुआ फार्म नुमा पत्र, वाट्सएप पर मैसेज भेजने के बाद फोन भी किया गया और मांग व धमकी दोहराई गई। फोन करने वाले ने खुद को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का खास बताया है। मैसेज 7019148258 से भेजा गया है। रांची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। दिनेश गोप पर हत्या, लूट, अपहरण सहित अनेक मामले दर्ज हैं और 25 लाख रुपये का सरकार ने उस पर इनाम घोषित कर रखा है।
इधर पुलिस एक्शन के कारण पीएलएफआइ का एरिया कमांडर तुलसी महतो समेत तीन लोगों को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके बाद भी पीएलएफआइ अपनी सक्रियता दिखा, बताना चाहता है कि उसकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा है। हाल ही दिनेश गोप रांची के रातू के चटकपुर में इलाके में टिका हुआ था। मगर पुलिस के पहुंचने से पहले उसे भनक लग गई और वह भाग निकला। एरिया कमांडर तुलसी महतो व अन्य की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को दिनेश गोप के रांची में शरण लेने की जानकारी मिली थी उसी आधार पर पुलिस उसे पकड़ने पहुंची थी।
दो दिन पहले रांची में धुर्वा के सूर्या टेंट हाउस के मालिक से लेवी मांगी गई इसके बाद घर पर फायरिंग की गई थी। इसी सप्ताह सुखदेव नगर के मधुकम के व्यापारी कमल भूषण से भी रंगदारी मांगी गई थी। इसके अतिरिक्त पिछले एक माह के भीतर धुर्वा के टेंट कारोबारी और अपर बाजार के व्यापारी से पचास-पचास लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। इन घटनाओं में फोन करने वाला खुद को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का खास बता रहा था।