जेएनयू में रविवार से अंतरराष्ट्रीय वेदांत सम्मेलन शुरू हुआ है जो 30 दिसंबर तक चलेगा। सम्मेलन के आखिरी दिन योग गुरू रामदेव को प्रमुख वक्ता के तौर पर आमंत्रित किया गया है। जेएनयू में छात्रों के एक समूह ने रामदेव को प्रमुख वक्ता के तौर पर आमंत्रित करने के विश्वविद्यालय के फैसले का विरोध किया है। छात्राें ने इस कदम को संस्थान पर दक्षिणपंथ का एक मूक हमला करार देते हुए विश्वविद्यालय के अधिकारियों से रामदेव को भेजा निमंत्रण वापस लेने को कहा और एेसा नहीं करने पर विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
जेएनयू छात्र संघ उपाध्यक्ष शहला राशिद शोरा ने कहा, जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान को इस तरह के लोगों को एक शैक्षणिक सभा को संबोधित करने के लिए नहीं बुलाना चाहिए जिनकी पृष्ठभूमि पर सवालिया निशान हैं। छात्रों ने इस आधार पर भी रामदेव को सम्मेलन में बुलाने पर सवाल खड़े किए हैं कि वह न तो अकादमिक हैं और न ही प्रोफेसर। वहीं विश्वविद्यालय के प्रवक्ता मुद्दे पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे।