राजस्थान हाई कोर्ट की ओर से किन्नर के पक्ष में सुनाए गए एक फैसले ने उनके लिए सरकारी नौकरी के दरवाजे कोल दिए हैं। कोर्ट ने सोमवार को प्रदेश के जालौर जिले की किन्नर गंगा कुमारी की याचिका पर सुनवाई की और पुलिस विभाग को उसे नियुक्ति पत्र देने का आदेश दिया।
राजस्थान में ऐसा पहली बार है जब किसी किन्नर को सरकारी नौकरी देने का मामला सामने आया है, साथ ही देश का भी यह पहला मामला है। जस्टिस दिनेश मेहता की कोर्ट में सोमवार को मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट ने गंगा कुमारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए छह सप्ताह में नियुक्ति पत्र देने को कहा है।
Jodhpur: Constable Gangakumari, first transgender appointed in Rajasthan Police. She was appointed after High Court's directions pic.twitter.com/C2rgb9c3Dj
— ANI (@ANI) November 14, 2017
गौरतलब है कि साल 2013 में 12 हजार पदों के लिए पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा हुई थी, जिसमें गंगा कुमारी का भी चयन हुआ। सभी अभ्यर्थियों का मेडिकल कराया गया, जिसमें गंगा के किन्नर होने की बात सामने आई। इस पर पुलिस अधिकारी नियुक्ति देने को लेकर असमंजस में पड़ गए।
गंगा देवी के किन्नर होने की पुष्टि होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने पुलिस मुख्यालय में मामला भेजा जिसपर पुलिस मुख्यालय निर्णय नहीं कर पा रहा था, लेकिन इंसाफ पाने के लिए गंगा कुमारी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उसे न्याय मिला।