जवाब में सपा ने भी सद्भावना यात्रा की घोषणा कर अपने वोट बैंक को साधने की कोशिश की। हालाँकि प्रशासनिक ने दोनो ही यात्राओं को रुकवाने में सफलता हासिल कर ली है मगर यह मुद्दा राजनीतिक दलों से प्रशासनिक तंत्र छीन पाएगा इसके आसार बेहद कम हैं।
जेडीयू के राज्यसभा सदस्य केसी त्यागी, सीपीआई के डी राजा, सीपीएम के मोहम्मद सलीम, आरजेडी के मनोज झा और एनसीपी के डीपी त्रिपाठी ने गुरुवार को क़स्बे का दौरा कर दावा किया कि कैराना से पलायन करने वाले लोगों के संबंध में सांसद हुकुम सिंह की सूची झूठ का पुलिंदा है। केसी त्यागी ने आउटलुक से बातचीत में आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों की ख़ातिर भाजपा साम्प्रदायिक तनाव पैदा कर रही है।
उधर प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता शुक्रवार को उस समय मिल गई जब उसने विधायक संगीत सोम की निर्भय यात्रा को वापिस भेज दिया। सोम ने भी फ़िलहाल यात्रा रद्द करने की घोषणा कर दी है। सपा की जवाबी सद्भावना यात्रा भी स्थगित कर दी गई है।