बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आया है। इससे पहले ऐसे ही सरकारी संशाधनों का व्यक्तिगत इस्तेमाल करने के आरोप में उत्तर प्रदेश में गोरखपुर जिले के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज (बीआरडी) के डॉक्टर कफील खान पर भी लगे थे।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मामला कर्नाटक के विजयपुरा क्षेत्र का है, जहां पर कोप्पल अस्पताल के एक डॉक्टर ने सरकारी एम्बुलेंस का इस्तेमाल अपने क्लिनिक पर फर्नीचर और एलपीजी सिलेंडर ले जाने के लिए किया है।
Vijayapura, Karnataka: Doctor of a Koppal hospital used a government ambulance to transport furniture of his clinic & LPG cylinder. (Aug 4) pic.twitter.com/Kj71jdyKIt
— ANI (@ANI) September 5, 2017
गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में कुछ दिन पहले कथित ऑक्सीजन की कमी से 48 घंटों में 30 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी। जब यह मामला मीडिया में उठा तो डॉ. कफील खान सामने आए। शुरुआत में रिपोर्ट्स में बताया गया कि कफील ने व्यक्तिगत स्तर पर कई सिलेंडरों की व्यवस्था करके कई बच्चों की जान बचाई है। लेकिन बाद में उन पर अस्पताल के सिलेंडर अपने पर्सनल क्लिनिक पर इस्तेमाल करने का आरोप लगा था। इस मामले में बाद में कफील को इसका मुख्य आरोपी बनाया गया था।