कर्नाटक में टीपू जयंती को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं। प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के भारी विरोध प्रदर्शन के बीच सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस सरकार शनिवार को टीपू जयंती मना रही है। हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कार्यक्रम से किनारा कर लिया है।
टीपू जयंती समारोह के खिलाफ प्रदेश में भारी विरोध शुरू हो गया है। प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए हैं। पुलिस ने भाजपा के कई नेताओं को हिरासत में लिया है। भारी विरोध और प्रदर्शन के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने टीपू जयंती के विरोध में डेप्युटी कमिश्नर के ऑफिस में नारेबाजी भी की। मांड्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने टीपू जयंती के विरोध में काला दिवस मनाया है। इस बीच कर्नाटक के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बीजे जमीर अहमद खान ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की है। कोडागू पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे भाजपा एमएलए और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केजी बोपैया को हिरासत में ले लिया। कोडागू में भाजपा के प्रदर्शन के कारण आम जनजीवन ठप हो गया है।
कांग्रेस पार्टी और टीपू दोनों ही हिंदू विरोधी: भाजपा
भाजपा ने ट्वीट कर कहा, ' कांग्रेस पार्टी और टीपू दोनों ही हिंदू विरोधी हैं। दोनों ही हिंदुओं की हत्या के लिए दोषी हैं। दोनों ही अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण में विश्वास रखते हैं। दोनों ही हिंदुओं को बांटना चाहते हैं। इसलिए कोई आश्चर्य नहीं है कि कांग्रेस अत्याचारी टीपू की पूजा कर रही है।' कर्नाटक भाजपा ने कहा कि जहां कांग्रेस और जेडीएस सरकार अत्याचारी टीपू सुल्तान की जयंती मना रहे हैं वहीं सीएम कुमारस्वामी छिप गए हैं। एक उन्मादी का जन्मदिन मनाने की क्या आवश्यकता है जब सीएम ने खुद ही आयोजन से किनारा कर लिया है। वोटबैंक के लिए एक हत्यारे को महिमा मंडित करना इस सरकार की मानसिकता को दर्शाता है।
अप्रिय घटना से निपटने के लिए आरएएफ तैनात: गृहमंत्री
राज्य के डेप्युटी सीएम और गृहमंत्री डॉक्टर जी परमेश्वरा ने कहा है कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए आयोजन स्थल के आसपास आरएएफ को तैनात किया गया है। इसके अलावा श्रीरंगपट्टनम और कोडागू में शुक्रवार शाम से रविवार सुबह तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई।
कुमारस्वामी ने किया किनारा
राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कार्यक्रम से किनारा कर लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक कुमारस्वामी की तबीयत खराब है और डॉक्टरों ने उन्हें तीन दिनों तक आराम करने की सलाह दी है। वहीं राज्य के कैबिनेट मंत्री बी. काशेमपुर ने कहा है कि सीएम कुमारस्वामी ने कार्यक्रम के लिए विभाग को पूरी अथॉरिटी दी हुई है। उन्होंने कहा, 'मैं बीदर में टीपू जयंती कार्यक्रम में रहूंगा, जबकि जेडीएस मंत्री वेंकटराव नाडागौड़ा बेंगलुरु में सीएम की जगह पर कार्यक्रम करेंगे।'
क्या है मामला?
बता दें कि कर्नाटक सरकार ने घोषणा की है कि वह भाजपा के विरोध के बावजूद इस साल भी 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक ही मनाएगी। उधर, भाजपा और श्री राम सेना के समर्थक इस कार्यक्रम का भारी विरोध कर रहे हैं। भाजपा ने मैसूर के शासक को अत्याचारी करार दिया है। राज्य में कांग्रेस पार्टी साल 2014 से टीपू जयंती मना रही है जिसका भाजपा विरोध करती रही है। भाजपा का आरोप है कि टीपू जयंती कार्यक्रम मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए आयोजित किया जा रहा है।