दिल्ली में राशन चोरी का मामला सामने आने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तत्काल कार्रवाई करते हुए फूड कमिश्नर को निलंबित करने का आदेश दिया है।
खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कल रात हम नांगलोई में राशन की एक दुकान पर गए थे जहां गेहूं और चावल का भंडार नहीं था जबकि उनकी आपूर्ति की रसीदें थीं। उन्होंने बताया कि करीब 152 क्विंटल गेहूं और 38 क्विंटल चावल वहां होना चाहिए जिसका वितरण दिसंबर में होना था। उन्हें ऐसा लगा कि इसमें कोई घपलेबाजी है और उन्होंने इसकी रिपोर्ट तुरंत मुख्यमंत्री को भेजी।
हुसैन ने कहा कि इसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से फूड कमिश्नर को निलंबित करने का आदेश दिया है जिसे उपराज्यपाल को भी भेज दिया गया है।
पहले भी राशन प्रणाली पर उठते रहे हैं सवाल
पहले भाजपा ने राशन के वितरण में अनियमितताओं के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराते हुए 'ई-पॉइंट ऑफ सेल' व्यवस्था को लागू करने की मांग की थी। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने तो केजरीवाल पर आरोप तक लगा दिया था कि दिल्ली में जो रोशन घोटाले हो रहे है उनके लिए केजरीवाल ही जिम्मेदार है। वहीं, मुख्यमंत्री का तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से भी झगड़ा राशन प्रणाली में कथित अनियमितता को लेकर हुआ था।